कच्ची कविताएं By Rahul Shrivastava

कच्ची कविताएं !! जैसे कच्चा आम, कच्ची मिट्टी, कच्चे रास्ते ..जिनमे सुधार किया जा सकता है, कुछ बदलने की संभावनाएं रहती है । मेरी कविताएं भी कुछ ऐसी ही हैं जो पूर्ण नहीं है परिपक्व नहीं है। आप इनको सुनिए अच्छी लगे तो दुबारा सुनिए हर बार एक नया नजरिया मिलेगा।