मुझे आह-ओ-फ़ुग़ान-ए-नीम-शब का फिर पयाम आया...4 years ago
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न तख़्त ओ ताज में ने लश्कर ओ सिपाह में है !!!4 years ago
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दिल सोज़ से ख़ाली है निगह पाक नहीं है...4 years ago
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वहीं मेरी कम-नसीबी वही तेरी बे-नियाज़ी...4 years ago
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न तू ज़मीं के लिए है न आसमाँ के लिए4 years ago
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वो हर्फ़-ए-राज़ के मुझ को सिखा गया है जुनूँ4 years ago
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मता-ए-बे-बहा है दर्द-ओ-सोज़-ए-आरज़ू-मंदी !!!4 years ago
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मेरा वतन वही है...!!!4 years ago
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