श्रीमद्भगवद्गीता टीका पठन एपि सं. 33 अध्याय 3 का श्लोक संख्या.4

श्री कृष्ण अर्जुन से कहते हैं मनुष्य कर्मों का आरंभ किए बिना निष्कर्मता को यानी कि योग निष्ठा को प्राप्त नहीं होता ना कर्मों के त्याग से साक्षर एसटी प्राप्त करता है --- Send in a voice message: https://anchor.fm/kiran-acharya/message

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