कल रास्ते मे एक बात हुई थी3 years ago
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औपचारिक रहा ना वो कल चाहिए था3 years ago
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किसी ने ऐसे ही ना शहर बसाया होगा2 years ago
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ये झूठे समाज को कब तक सम्भाल पाओगे2 years ago
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चलो एक बार फिर से हम नयी शुरुआत करते हैं2 years ago
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एक मुलाकात ही तो थी2 years ago
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बसंत जब फिर आया होगा2 years ago
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तुम फिर ना वापस आए थे2 years ago
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इस बार दिसंबर फिर जाएगा1 years ago
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