व्यक्तित्व विकास के 3 आयाम
हमारी अच्छाई दूसरों को अच्छाई के लिए प्रेरित करती है और हमारी बुराई दूसरे को बुराई के लिए ही प्रेरित करती है |||इसी बात को और गहराई से समझाने के लिए आज मुनिश्री क्षमासागर जी महाराज हमें स्वयं के जीवन का एक संस्मरण सुना कर अपनी अच्छाइयों को उजागर करने की प्रेरणा दे रहे है।