7: संघर्ष की दास्तां सुनाते हुए मंच पर रो पड़ीं Athlete Khushbu Gupta
हिन्दुस्तान शिखर समागम के मंच पर अपने संघर्ष की दास्तां सुनाते हुए एथलीट खुशबू गुप्ता रो पड़ीं। उन्होंने कहा कि हम लोग आठ बहनें हैं। कभी-कभी पांच सौ रुपये का भी धंधा नहीं होता है। कोई साथ नहीं देते हैं। यह कहते ही वह रो पड़ीं। इसके बाद मंच से तीन लोगों ने आर्थिक मदद का ऐलान भी किया।