मन की मेधा, एपिसोड-43 | क्या हम अपनी कमजोरियों को ताकत बना सकते हैं?

मूर्खता और श्रेष्ठता व्यक्तित्व के दो अलग-अलग सिरे हो सकते हैं। पर क्या यही अंतिम सीमा रेखा है? हमारे आसपास कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो मूर्खता से परिचय करवाकर उसे श्रेष्ठता तक ले जाते हैं। तो क्या हम भी अपनी मूर्खता को श्रेष्ठता तक ले जा सकते हैं? हेल्थ शॉट्स पॉडकास्ट मन की मेधा के इस एपिसोड में लाइफ कोच डॉ.मेधावी जैन कर रहीं हैं इस मुद्दे पर बात।

2356 232