18: मन की मेधा, एपिसोड - 18 | कहीं प्रोफेशनल होना आपके लिए मजबूरी तो नहीं हो गया?
प्रोफेशनल होना सशक्त होने का परिचय है, लेकिन कहीं ये आपके लिए मजबूरी तो नहीं हो गया? वर्क फ्रॉम होम और वर्क फोर होम करते-करते इस पर विचार करना जरूरी हो गया है कि क्या वाकई सभी लड़कियां अपने परिवार का समय स्वेच्छा से व्यवसायिक जगत को देना चाहती हैं?