Episode 43
इस एपिसोड में आप जानेगे कि सभी सांसारिक कार्यो में रत रह कर भी हम किस प्रकार जीवन मरण के कस्तो से मुक्त हो सकते है क्योकि पाप तो हमे करने ही पड़ते है माया तो हमे सताती ही है किस प्रकार माये हमे पुनर्जन्म लेने को मजबूर करती है तथा फिर से बीमारी, आभाव ,सुख दुःख , वियोग आदि सुख दुःख की अनुभूति में डाल देती है !मुक्ति के लिए कौन सा मार्ग सबसे आसान है सगुन या निर्गुण !देवता आदि सभी मनुष्य की मुक्ति में बाधक क्यों है !