आत्मा और परमात्मा का गहरा संबंध

स्पिरिचुअल होना है तो सबसे पहले आत्मा और परमात्मा, दोनों को समझना होगा। कल हमने जाना कि भारत के 12 ज्योतिर्लिंग, प्रकाशस्वरूप परमात्मा की याद दिलाते हैं।आज हम देखेंगे कि दुनिया के अलग-अलग धर्मों में भी, एक ही परमात्मा की ओर इशारा किया गया है:हज़रत इब्राहिम: उन्हें नूर यानी रौशनी का साक्षात्कार हुआ।हज़रत मूसा: उन्होंने भी प्रकाश का अनुभव किया।ज़ुरुआस्त्र: पारसी धर्म के संस्थापक ने ईश्वर को अग्नि रूप में देखा।ईसा मसीह: उन्होंने कहा, "God is Light," और खुद को परमात्मा का बच्चा बताया।गौतम बुद्ध और महावीर स्वामी: उन्होंने भी ज्योतिस्वरूप परमात्मा का ध्यान किया।गुरु नानक देव जी: उन्होंने एक ओंकार का ध्यान किया और परमात्मा की महिमा गाई।सभी एक ही परमात्मा की बात कर रहे हैं, लेकिन समय के साथ, मतभेद पैदा हुए और नए धर्म बने। सोचिए: क्या हम सब एक ही परमात्मा की संतान हैं?अपने विचार ज़रूर शेयर करें! #Shivratri #ShivBaba #Spirituality #SelfRealization #AmitWadhwa #Brahmakumaris #MahaShivratri2025 #ShivJayantiForAllSouls #OneGod #UnityInDiversity #SpiritualJourney #TruthSeekersWarm RegardsAmit Wadhwahttps://rjamit.co/connecthttps://amitwadhwa.inhttps://rjamit.co/offer

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