अध्याय २ भाग २२ श्री कृष्ण का अर्जुन को कर्म योगी बन वैराग्य भाव रख अनामय पद प्राप्ति का उपदेश
प्रस्तुत अध्याय में श्री कृष्ण ने अर्जुन को कर्मयोगी बनाने तथा वैराग्य भाव कर्म करने का उपदेश दिया है आज की विवेचना में गीता में उद्धृत विभिन्न योग और योगी पद के अर्थ की विस्तृत विवेचना की गई है --- Send in a voice message: https://anchor.fm/kiran-acharya/message