द्वितीय अध्याय भाग 21 श्री कृष्ण का अर्जुन को उपदेश कर्म योगी समत्व भाव से कर्म करें श्लोक 49-50

प्रस्तुत भाग में श्री कृष्ण अर्जुन समत्व भाव को और अधिक स्पष्ट कर रहे हैं किस प्रकार हमें कर्म योगी बनाने की और उदृत् होना चाहिए --- Send in a voice message: https://anchor.fm/kiran-acharya/message

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