अध्याय 2 भाग 13,, वासांसि जीर्णानि एवं नैनम् छिंदंति श्लोकों की रोचक विवेचना

श्री कृष्ण कहते हैं आत्मा एक शरीर को छोड़कर दूसरा शरीर ऐसे ही धारण करती है जैसे कोई व्यक्ति पुराने वस्त्र उतारकर नए वस्त्र धारण करता है श्लोक संख्या 23 में स्पष्ट करते हैं आत्मा को कोई शस्त्र भेदनहीं सकता कोई अपनी जला नहीं सकती कोई जल गला नहीं सकता और कोई वायु सुखा नहीं सकती।। बहुत ही रोचक विवेचना --- Send in a voice message: https://anchor.fm/kiran-acharya/message

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