Basi Bhaat Mein Khuda Ka Sajha - A Story by Munshi Premchand | बासी भात में खुदा का साझा - मुंशी प्रेमचंद की लिखी कहानी
ऐसे नास्तिक की कहानी जो खुदा में विश्वास इसलिये नहीं करता है क्योंकि हर अच्छे का श्रेय खुदा को दिया जाता है लेकिन बुरे का नहींThe story of an atheist who does not believe in God because every good is attributed to God but not the bad.