Abortion: What You Need to Know | गोलियों से गर्भपात प्रक्रिया की जानकारी | Abortion by pills Info
इस वीडियो में गोलियों से गर्भपात की कुछ शुरुआती जानकारी ले: -हेल्पलाइन नंबर: - +91 - 9621795550गर्भपात करने का निर्णय लेने से पहले महिला को अपनी गर्भावस्था की पुष्टि अवश्य कर लेनी चाहिए। पुष्टि करने का एक आसान तरीका पेशाब जांच होता है. सुविधा के लिए बाजार में मिलने वाले प्रेगनेंसी टेस्ट किट के ज़रिए घर पर ही गर्भावस्था की जाँच की जा सकती हैं । गर्भावस्था कि पुष्टि के बाद महिला अपनी आखिरी माहवारी की पहली तारीख़ से पता लगा सकती है की उसका गर्भ कितने समय का है । भारत में गर्भपात सेवाएँ 20 सप्ताह तक, विशेष परिस्थितियों में कानूनन मान्य हैं। गर्भपात 2 तरीके से किया जा सकता हैं – उपकरणों द्वारा और गोलियों द्वारा । यह गर्भपात सेवाएं स्वास्थ्य केंद्रों में उपलब्ध होती हैं ।यदि कोई महिला 2 महीने यानि कि 9 हफ़्ते तक के गर्भ का गर्भपात चाहती है, तो गोलियों से गर्भपात एक सरल, सुरक्षित व प्रभावी उपाय है, एवं डॉक्टर की सलाह से किया जा सकता है । इसके अंतर्गत महिला को 2 तरह की गोलियां 2 दिनों के अंतराल में लेनी होती है।अगर महिला ने गर्भ की पुष्टि कर ली है, गर्भ का समय 2 महीने यानि कि 9 हफ़्ते से कम है, तो गर्भपात कि गोलियां लेने से पहले महिला को यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि उसे इनमें से कोई लक्षण नहीं है: 1. पहले किसी डॉक्टर ने बताया है कि उसे खून की कमी है या उसे काम करते हुए हलकी थकान महसूस होती है 2. स्पॉटिंग यानि (खून के धब्बे), पेट दर्द (खासकर एक तरफ़ा पेट दर्द) या फिर बेहोशी हो रही है 3. किसी बीमारी के लिए लम्बे समय से दवा ले रही हैं4. पिछले एक वर्ष में ऑपरेशन द्वारा डिलीवरी हुई हैइन स्थितियों में महिला को सावधान हो जाना चाहिए और अपने डॉक्टर को इस बारे में बताना चाहिए । (appropriate pause required here). अगर महिला ने गर्भ की पुष्टि कर ली है, गर्भ का समय 2 महीने यानि कि 9 हफ़्ते से कम है और महिला को ऊपर दिए गए कोई लक्षण नहीं हैं, तो गोलियों से गर्भपात उसके लिए सही तरीका हो सकता है । ध्यान रहे – यह विडिओ उन महिलाओं को जानकारी प्रदान करने के लिए है जिन्होंने गोलियों से गर्भपात के लिए डॉक्टर से सलाह ले ली nfo