फ़र्ज़ (Farz )

 वरुण कुमार निगम  लिखित कहानी 'फ़र्ज़ ' रिश्तों की भीनी खुशबू का एहसास दिलाती है ... न मोल है न तौल है रिश्ते अनमोल हैं .....  बहुत नम्रता चाहिए रिश्ते निभाने के लिया छल कपट में तो सिर्फ महाभारत रची जाती है 

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