जीवन नही मारा करता है

छिप-छिप अश्रु बहाने वालों ! मोती व्यर्थ बहाने वालों ! कुछ सपनों के मर जाने से जीवन नहीं मरा करता है। सपना क्या है? नयन सेज पर सोया हुआ आँख का पानी, और टूटना है उसका ज्यों जागे कच्ची नींद जवानी गीली उमर बनाने वालों। डूबे बिना नहाने वालों ! कुछ पानी के बह जाने से सावन नहीं मरा करता है। माला बिखर गयी तो क्या है ख़ुद ही हल हो गई समस्या, आँसू गर नीलाम हुए तो समझो पूरी हुई तपस्या, रूठे दिवस मनाने वालों ! फटी कमीज़

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