सुनिए उस खिलाड़ी के बारे में जिसके नाम पर है एक ग्रह

शतरंज की दुनिया को जीतकर उसे हिंदुस्तान के कदमों में रखने वाले विश्वनाथन आनंद इस खेल के बेताज बादशाह कहे जाते हैं। 1987 में 17 साल की उम्र में वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप जीतकर यह कारनामा करने वाले वे पहले एशियाई बने। आनंद के नाम 21 महीनों तक लगातार दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी बने रहने का रिकॉर्ड है।  

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