Satsang : 62 -श्री आरती का भावपूर्ण अर्थ (Morning)
बोलो जय कारा बोल मेरे श्री गुरुमहाराज की जय। आजके सत्संग में श्री आरती का मतलब समझाया गया है। श्री आरती अर्थात सब और से अपना ध्यान समेत कर, रति अर्थात अपने मालिक के प्रेम में लीन करना। श्री आरती प्रेमपूर्ण भाव के साथ गयी जाये। अपने नेत्रों में अश्रु धारा ले कर अपने प्रियतम को रीझनेका प्रयास किया जाये। श्री आरती का भावपूर्ण अर्थ इस सत्संग में समझाया गया है। .....File: A03 Shree Morning Arti PujaTime : 20:33प्रेम सहित जय सचिदानंद जीइस प्यारे सत्संग को जरूर सुनिएगा। धन्यवाद