Satsang 56- श्री सतगुरुजी की सेवा का भाव
बोलो जय कारा बोल मेरे श्री गुरु महाराज की जय। ????? कबीर साहेब जी सेवक धर्म में फरमाते है की " सेवक सेवा में रहे, अनत कहु नहीं जाये, दुख सुख शिर ऊपर सहै, कहे कबीर समझाये। " अर्थात सेवक के गुणों का वर्णन करते हुए फरमाते है की सतगुरु का सच्चा सेवक है वो जो सेवा को सबसे ज्यादा प्राथमिकता देता है, सेवा छोड़ के नहीं जाता। अपनी सेवा को ज्यादा महत्व देता है। इसलिए महापुरुष हमें जीवन की सच्ची राह दिखने के लिए बड़ा ही सूंदर वर्णन दे रहे है की सचमुच हम अपने सतगुरु की सेवा करने आये है और एक सच्चे सेवक के गुण हमें अपनाने है । ......... File: 0267_Sadguru_Sewa_2(Sewabhaav)Time: 39:41 भाग्यशाली गुरमुखो, हमें सेवा कैसे करनी है जानिए इस सत्संग में। ...... प्रेम सहित जय सचिदानंद जीधन्यवाद???Satsang by Sanjiv Malik from Mission Genius Mind & Self Awakening MissionOur Contact for Appointment/Courses: 9350884041, 9821743552, 9821764952 #MissionGeniusMind #SanjivMalik #MGM #Meditation