श्रीरामाष्टकम् -2 स्वर : सौ . वीणा शेट्ये
श्रीरामाष्टकम् ॐ श्रीरामचन्द्राय नमः ।अथ रामाष्टकम् ।श्रीराम राम रघुनन्दन राम राम श्रीराम राम भरताग्रज राम राम ।श्रीराम राम रणकर्कश राम रामश्रीराम राम शरणं भव राम राम ॥ १॥श्रीराम राम दिविजेश्वर राम राम श्रीराम राम मनुजेश्वर राम राम ।श्रीराम राम जगदीश्वर राम राम श्रीराम राम शरणं भव राम राम ॥ २॥श्रीराम राम विबुधाश्रय राम राम श्रीराम राम जगदाश्रय राम राम ।श्रीराम राम कमलाश्रय राम राम श्रीराम राम शरणं भव राम राम ॥ ३॥श्रीराम राम गुणसागर राम राम श्रीराम राम गुणभूषण राम राम ।श्रीराम राम गुणभाजन राम राम श्रीराम राम शरणं भव राम राम ॥ ४॥श्रीराम राम शुभमङ्गल राम राम श्रीराम राम शुभलक्षण राम राम ।श्रीराम राम शुभदायक राम राम श्रीराम राम शरणं भव राम राम ॥ ५॥श्रीराम राम स्वजनप्रिय राम राम श्रीराम राम सुमुनिप्रिय राम राम ।श्रीराम राम सुकविप्रिय राम राम श्रीराम राम शरणं भव राम राम ॥ ६॥श्रीराम राम कमलाकर राम राम श्रीराम राम कमलेक्षण राम राम ।श्रीराम राम कमलाप्रिय राम राम श्रीराम राम शरणं भव राम राम ॥ ७॥श्रीराम राम दनुजान्तक राम राम श्रीराम राम दुरितान्तक राम राम ।श्रीराम राम नरकान्तक राम राम श्रीराम राम शरणं भव राम राम ॥ ८॥श्रीरामचन्द्रः स पुनातु नित्यं यन्नाममध्येन्द्रमणिं विधाय ।श्रीचन्द्रमुक्ताफलयोरुमायाश्चकार कण्ठाभरणं गिरीशः ॥ ९॥श्रीरामचन्द्रचरणौ मनसा स्मरामि श्रीरामचन्द्रचरणौ वचसा गृणामि ।श्रीरामचन्द्रचरणौ शिरसा नमामि श्रीरामचन्द्रचरणौ शरणं प्रपद्ये ॥ १०॥रामाष्टकमिदं पुण्यं प्रातःकाले तु यः पठेत् ।मुच्यते सर्वपापेभ्यो विष्णुलोकं स गच्छति ॥ इति श्रीरामाष्टकं सम्पूर्ण