राम का गुणगान करिये (सौ अंजलीताई अशोक जोशी)
राम का गुणगान करियेराम का गुणगान करियेराम का गुणगान करियेराम का गुणगान करियेराम प्रभु की भद्रता कासभ्यता का ध्यान धरिये, ध्यान धरियेराम का गुणगान करियेराम का गुणगान करियेराम प्रभु की भद्रता कासभ्यता का ध्यान धरिये, ध्यान धरियेराम का गुणगान करियेराम का गुणगान करियेराम के गुण गुणचिरंतनराम के गुण गुणचिरंतनराम राम राम रामहो राम के गुण गुणचिरंतनहो राम के गुण गुणचिरंतनराम गुण सुमिरन रतन धनराम गुण सुमिरन रतन धनमनुजता को कर विभूषितमनुज को धनवान करिये, ध्यान धरियेराम का गुणगान करियेराम का गुणगान करियेसगुण ब्रह्म स्वरुप सुन्दरसगुण ब्रह्म स्वरुप सुन्दरसुजन रंजन रूप सुखकरहो सुजन रंजन रूप सुखकरराम आत्माराम,आत्माराम का सम्मान करिये, ध्यान धरियेराम का गुणगान करियेराम का गुणगान करियेराम का गुणगान करियेराम प्रभु की भद्रता कासभ्यता का ध्यान धरिये, ध्यान धरियेराम का गुणगान करियेराम का गुणगान करिये (राम का गुणगान करिये)