में नारी हूँ

नारी कौन हे क्या हे और समाज में उसका स्थान कहाँ हे इसी संदर्भ में नारी की गरिमा तथा प्रतिस्ठा को उजागर करती हुई यह कविता समस्त नारी शक्ति को समर्पित।

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