Ehsaas ( एहसास)

यह कहानी सुनाई है : Er. Nishant Saxena Aahaan ️। आइये सुनिए कहानी , यह कहानी है एक ऐसी पुरुष की जिसने पूरी ज़िंदगी अपने और बबछो के सपने पुरे जी जान लगा दी सब कुछ होने के बाद भी उनके ज़िंदगी में हमसफ़र का खालीपन था | ज़िम्मेदारियों से अवकाश लेकर जब उन्होंने खुद अपने लिए ज़िंदगी से कुछ पल चुराने की सोचा तो मिली उनको अपने ही परिवार से कड़वाहट।

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