कार्ल मार्क्स

"पूंजी मृत श्रम है जो पिशाच की तरह है , जो केवल श्रम चूसकर ही जिन्दा रहता है और जितना अधिक जीता है उतना श्रम चूसता है." - कार्ल मार्क्स bcRB0TO2hBQ9RYHuxrIK --- Send in a voice message: https://anchor.fm/dr-rakshit-bagde/message

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