Featuring Prashant Singh urf "Dev ek shayar" || ऐ_हवा तुझमे || SIV Writers

Featuring Prashant Singh urf "Dev Ek Shayar" ! More about the writer : नाम :- प्रशान्त सिंह , पेन नेम :- देव एक शायर , मूल निवास :- नगर रामपुरा   जिला जालौन   उत्तर प्रदेश ऐ_हवा तुझमे : अब वो नमीं न बची !!        जो कभी हुआ करती थी!!!होती थीं खुशियाँ सरहदों पर भी जब तू हुआ करती थी तुझमे घुल गया है              अब जहर मजहबी  !!!वो एक दौर था जब तू        गैर मजहबी हुआ करती थी !! चंद इंसानियत के सौदागरों             ने नफरत बहा रखी है !!कहाँ है वो खूबसूरत हवा             जो मीठी हुआ करती थी !!देव अब हवा के आने ने से     साजिशों की बू आया करती है !!न बची वो मासूमियत           जो कभी हुआ करती थी !!           गायब हो गया वो दौर           अब तेरी खूबसूरती का !! सुकूँ था साँसों में तेरा  जब भी तू मस्त फिजाओं               में बहा करती थी !!!!

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