Featuring Farhan Alam || Friendship || SIV Writers
Featuring Farahn AlamMore about Farahn Alam :" हैलो फ्रेंड्स,मैं आपका दोस्त "मो॰फरहान आलम लारी", मैं "बहराइच यू॰पी॰" का रहने वाला हूँ! मैं पेशे से एक स्टूडेंट हूँ और मैंने कॉमर्स से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है! साथ ही साथ आजकल मैंने कविताएं भी लिखना शुरू किया है,क्योंकि ये आपकी सोच को ज़ाहिर करने का सबसे बेहतरीन ज़रिया है!"Friendship :☆ दोस्त को भाई ही,कहता है ज़माना!क्योंकि यह रिश्ता,दिल से जाता है जाना!!☆ दोस्ती के भी होते हैं,अपने-2 किस्से!जब दोस्त बन जाते हैं,जिंदगी के हिस्से!!☆ याद आती है दोस्तों,के साथ की मौज-मस्ती!जब दोस्त ही,हुआ करते थे है अज़ीम हस्ति!!☆ Lari Farhan,दोस्त भी होते हैं, एक दूसरे की जान!हमेशा रहते हैं तैयार,करने सब कुछ कुर्बान!!☆ दोस्त जब बचपन के बाद,मिलते है कल!ज़रूर याद करते है,साथ बिताये हुए पल!!☆ माँ-बाप भी होते हैं,जैसे एक फ्रेंड!उन्हीं से तो सीखते हैं,दुनिया के ट्रेंड!!☆ गुरु को भी हम,कह सकते हैं दोस्त!वो ही तो हमें बनाते हैं,दुनिया का होस्ट!!☆ अब सच्चे दोस्त मिलना है,बहुत मुश्किल!अब तो लोग चेक करते हैं,पहले आपकी स्किल!!☆ अब तो दोस्ती में देखते हैं,आपके हाव-भाव!बचपन में तो जो मिला,उसी से हो जाता था लगाव!!☆ याद आती है,दोस्तों के साथ की चाय!लाक-डाउन में जो,साथ न पी पाये!!