Waqt

ऐ वक्त तेरी रफ़्तार बहुत ऐ नदिया तेरी धार बहुत मै पीछे पीछे चलता हूं मुझको तेरी दरकार बहुत है कदम कदम पर मुश्किल भी हमको पाना है मंज़िल भी हम रुकें नहीं हम थकें नही हमको तुझसे है प्यार बहुत सागर है तो साहिल भी है सपने है तो हासिल भी है थोड़ा तुझसे थोड़ा खुद से पा लेने के आसार बहुत तू बदल गया तू निकल गया तू बीत गया सब रीत गया तुझ से ही है सब आशाएं और तुझसे ही तकरार बहुत जब अपनी मंज़िल पाएंगे तेरा ही नाम लिखाएंगे कुछ खोया तो पाया भी है चलते चलते तेरे साथ बहुत ऐ वक्त तेरी रफ़्तार बहुत।

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Waqt4 years ago
02:10

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