किसी काम के नहीं कवि (Kisi kam ke nahi kavi)
गोविन्द माथुर (Govind Mathur) द्वारा रचित कविता 'किसी काम के नहीं कवि ' का अनुवाचन गोविन्द माथुर (Govind Mathur) जन्म- 04 मई 1945 जन्म स्थान- जयपुर, राजस्थान, भारत (India) कुछ प्रमुख कृतियाँ- शेष होते हुए (1985), दीवारों के पर कितनी धूप (1991), उदाहरण के लिए आदमी (1998), बची हुई हँसी (2006) विविध- राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर द्वारा शेष होते हुए के लिए वर्ष 1986 में सुमनेश जोशी पुरस्कार। परिमल सम्मान योजना इलाहाबाद के अन्तर्गत वर्ष 1993 में दीवारों के पर कितनी धूप के लिए सोमदत्त सम्मान से सम्मानित --- This episode is sponsored by · Anchor: The easiest way to make a podcast. https://anchor.fm/app