विध्वंस - मुंशी प्रेमचंद | Vidhwans - Premchand

यह कहानी एक बूढ़ी, विधवा गोंडिन की है, जिसका नाम भुनगी है, जो गाँव में भाड़ चलाकर दाना भूनकर अपना पेट पालती थी। इस गाँव में एक दबंग ज़मीदार भी है। विधवा बुढ़िया अपनी मेहनत का, रूखा-सूखा खाकर जीवनयापन कर रही थी। पर उसके साथ अन्याय होता है। बूढ़ा शरीर अन्याय के ख़िलाफ़ खड़ा होता है। पर... होता कुछ ऐसा है जिसे जानकर रूह काँप जाती है। आइए, भुनगी के जीवन में ऐसा क्या हुआ जानने के लिए सुनते हैं कहानी - विध्वंस। Munshi Premchand's famous story - Vidhwans.

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