इसे सुनेंज्ञान प्राप्ति की चरम सीमा सिद्धि है॥ ज्ञान सार्थक तभी है जब आप उसे सिद्ध कर सके, बिना सिद्ध किया हुआ ज्ञान अंधे द्वारा दर्शन की समान हैं। प्रायोगिक रूप से ज्ञान का निरूपण आवश्यक है। 'सिद्धि' का शाब्दिक अर्थ है - 'पूर्णता', 'प्राप्ति', 'सफलता' आदि।